कुछ बातें बस बाते होती है
कुछ बातें बस बाते होती है
ना कोई अर्थ ना कोई मकसद
कुछ बाते वर्षो तक रहती है
कुछ बाते पकती है समय के साथ पककर जीवन हो जाती है
कुछ बाते छटती जाती है
समय के अपरदन से घिस कर मिट जाती है
तुम हम या हम तुम किसमे कितना रह जायेंगे
रुक कर झांककर देखेंगे कि
क्या सच में कुछ बाते बाते होती
या सचमे कुछ बाते रह जाती है बाते बनकर