Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2021 · 1 min read

कुछ पाने के लिए…

अच्छी फसल के लिए उत्तम बीजों को बोना पड़ता है,
मैले मन को पवित्र विचारों और सद्कर्मों से धोना पड़ता है,
संघर्षमयी जिंदगी के समंदर में खुद को डुबोना पड़ता है,
वाकई में कुछ पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता है।

– मानसी पाल

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जरासन्ध के पुत्रों ने
जरासन्ध के पुत्रों ने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
'क्या कहता है दिल'
'क्या कहता है दिल'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
सीख
सीख
Adha Deshwal
सांत्वना
सांत्वना
भरत कुमार सोलंकी
"वो अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्यासा के राम
प्यासा के राम
Vijay kumar Pandey
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
gurudeenverma198
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
*......इम्तहान बाकी है.....*
*......इम्तहान बाकी है.....*
Naushaba Suriya
महामना फुले बजरिए हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
महामना फुले बजरिए हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
अब क्या करे?
अब क्या करे?
Madhuyanka Raj
2489.पूर्णिका
2489.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सिंह सा दहाड़ कर
सिंह सा दहाड़ कर
Gouri tiwari
🥰🥰🥰
🥰🥰🥰
शेखर सिंह
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
Neeraj Agarwal
मजदूर दिवस पर एक रचना
मजदूर दिवस पर एक रचना
sushil sarna
48...Ramal musamman saalim ::
48...Ramal musamman saalim ::
sushil yadav
"लोग क्या कहेंगे" सोच कर हताश मत होइए,
Radhakishan R. Mundhra
आया सावन झूम के, झूमें तरुवर - पात।
आया सावन झूम के, झूमें तरुवर - पात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
Umender kumar
चाँद
चाँद
TARAN VERMA
#एक_तथ्य-
#एक_तथ्य-
*प्रणय प्रभात*
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दिल का दर्द💔🥺
दिल का दर्द💔🥺
$úDhÁ MãÚ₹Yá
ओ लहर बहती रहो …
ओ लहर बहती रहो …
Rekha Drolia
मन
मन
Dr.Priya Soni Khare
Loading...