Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

कुछ नहीं…….!

कुछ नहीं…….!

कुछ नहीं हूं मैं यहां, वहां मेरे सा कौन!
वहां मौज सच ही बड़ा,झूठ यहां का गौन।।

यहां धरा सी माँ मेरी, वहां पिता आकाश।
यहां अंधेरा मौत का,वहां अमर प्रकाश।।

शून्य हूंँ पर सत्य हूंँ, बड़ा सत्य से कौन!
सत्यमेव जयते सदा, झूठ अंत में मौन।।

नित्य करूं आराधना,पूँजूं सच के पांव।
जिसको सच का साथ है,उसका सारा गांव।।

मन के माने क्या हुआ,मन मतलब का मीत।
मतलब किसका कब हुआ,कब मतलब की जीत!!

विमला महरिया “मौज”

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 380 Views

You may also like these posts

गुरु तेगबहादुर की शहादत का साक्षी है शीशगंज गुरुद्वारा
गुरु तेगबहादुर की शहादत का साक्षी है शीशगंज गुरुद्वारा
कवि रमेशराज
" अंधेरी रातें "
Yogendra Chaturwedi
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"तेरी तलाश में"
Dr. Kishan tandon kranti
10 देखो राखी का चांद....
10 देखो राखी का चांद....
Kshma Urmila
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
कली को खिलने दो
कली को खिलने दो
Ghanshyam Poddar
ग़ुरूर
ग़ुरूर
सिद्धार्थ गोरखपुरी
प्रणय गीत
प्रणय गीत
हिमांशु Kulshrestha
फुर्सत नहीं है
फुर्सत नहीं है
Dr. Rajeev Jain
बंधन
बंधन
Sanjeev Chandorkar
प्रेम पाना,नियति है..
प्रेम पाना,नियति है..
पूर्वार्थ
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
*प्रणय*
रसगुल्ला
रसगुल्ला
अरशद रसूल बदायूंनी
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
*झूठी सब शान दिखाते हैं, यह बहुत बड़ी मायावी है (राधेश्यामी
*झूठी सब शान दिखाते हैं, यह बहुत बड़ी मायावी है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
4245.💐 *पूर्णिका* 💐
4245.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हमदर्द तुम्हारा
हमदर्द तुम्हारा
ललकार भारद्वाज
जीवन का अभाव लिखती है
जीवन का अभाव लिखती है
नूरफातिमा खातून नूरी
तेरा मेरा खुदा अलग क्यों है
तेरा मेरा खुदा अलग क्यों है
VINOD CHAUHAN
वह आखिर क्यों मर गई
वह आखिर क्यों मर गई
Shweta Soni
मजदूर
मजदूर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
करवा चौथ का चांद
करवा चौथ का चांद
मधुसूदन गौतम
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
भौतिक युग की सम्पदा,
भौतिक युग की सम्पदा,
sushil sarna
18, गरीब कौन
18, गरीब कौन
Dr .Shweta sood 'Madhu'
चाँद...... एक खूबसूरती
चाँद...... एक खूबसूरती
Neeraj Agarwal
Loading...