कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
तुम अगर कुछ दूर और
चली होती मेरे साथ
तो जान पाती कुछ और
मेरे बारे में
और मैं भी
कुछ और एहसास
जमा कर लेता
तुम्हारे बगैर जीने के लिए
क्योंकि अब इस दिल में
तो जगह ही नहीं है
किसी और के लिए
किसी नए एहसास के लिए
और तुम में तो इतने
एहसास ही नहीं थे
किसी और के एहसासो
को समझने के लिए
जमाना चाहेगा कि
तुमसे नफरत करुं मैं
तुम्हें अपना गुनहगार
दिखाता रहूं मैं
पर मैं तो ऐसा कर ही नही सकता
क्योंकि ये जमाना तुमसे
मोहब्बत में महानता चाहता होगा
पर मैं नहीं चाहता था
और अब भी नही चाहता हूं
क्योंकि मैं और सिर्फ मैं
जानता हूं
कि तुम भी एक आम लड़की ही हो
जो अपने लिए
जीवन का हर रिश्ता
सबसे बेहतर चुनना चाहती है