कुछ दिनों से
वो गुमे हुए लोगों को खोजता है,
कहीं मिल नहीं रहे हैं, कुछ दिनों से।
मिलेंगे कभी या ना मिलेंगे कभी,
शायद मिल जाएंगे, कुछ दिनों से।
कोई गुमा प्यार से कोई भूल से गुमा,
कोई गुमा किडनैप है, कुछ दिनों से।
दिशाएं बदल गई या भूल गया दिशाएं,
वो भटका हुआ है राह में, कुछ दिनों से।
अब आश नहीं गुमशुदो के मिलने की,
आंख नम किए परिजन है कुछ दिनों से।
हेमु कुछ सांस बाकी इसी विश्वास में हैं,
शायद! बुझे चेहरे खिलेंगे, कुछ दिनों से।