कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
फिल्मी माॅडल देख परिंदे।
छूटा गाँव गली चौबारा,
मुंबई सेन्ट्रल देख परिंदे।
ख़ुद को रख अपडेट हमेशा,
ख़बरें ग्लोबल देख परिंदे।
गुजरे चिट्ठी तार संदेशा,
छः जी ट्रायल देख परिंदे।
काले पानी से भी बदतर,
पी जी हाॅस्टल देख परिंदे।
डण्डे लाठी बरछी छोड़ो,
घर घर पिस्टल देख परिंदे।
गायब लुंगी, तहमत, साफ़ा,
काॅटन टावल देख परिंदे।
भूल गए सब मटका वटका,
मिल्टन बाॅटल देख परिंदे।
छोड़ किताबें कापी पेंसिल,
झटपट गूगल देख परिंदे।
दाम बड़ा सस्ता हिंदी का,
इंग्लिश चैनल देख परिंदे।
पंकज शर्मा “परिंदा” 🕊