कुछ तो लोग कहेंगे !
कुछ तो लोग कहेंगे !
देख नीर नायनो में
तुम्हे कमज़ोर कहेंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
मुस्कुरा दोगे गम मे गर तुम
आश्चर्य का प्रश्न खड़ा कर देंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
तुम आसमान छुने की कोशिश करना
ये रास्ते बहकाने के प्रयास तमाम करेंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
तुम ख्वाब बुनना हज़ार
तोड़ने को ख्वाब तुम्हारे ये चेहरे कई बदलेंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
तुम भरना उड़ान आत्मविश्वास की
पहुँचाने को ठेस आत्मसम्मान को ये चक्रव्युह हर रोज़ रचेंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
तुम निखारना अपना व्यक्तित्व अनुभावों से
बिगाड़ने को तुम्हारी शख्सियत ये बेअसर बार हर बार करेंगे
लोगों का कम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे !
– रुपाली भारद्वाज