कुछ तो याद होगा
तेरा रूठना, मेरा मनाना,
मेरा रूठना, तेरा मनाना,
मेरा झट से मान जाना।
तेरे आँसू, मेरा ग़म,
मेरे आँसू, मेरा ग़म,
मेरे आंसुओं का, थम नहीं पाना।
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
मेरा स्तर, तेरा दुःख,
स्तरों का एक द्वंद्व सा हो जाना।
तुम से सुबह, तुम से शाम,
तुम जो चाहो, वो ही काम,
मेरे लिये तुम्हारा घड़ी हो जाना।
मेरी चाहत, तेरी चाह,
भटक गयी फिर, तेरी राह,
तेरी राहों का अचानक मुड़ जाना।
तेरा हँसना, मेरा संगीत,
तेरी ख्वाहिश, मेरे गीत,
सब कुछ मटियामेट हो जाना।
मेरी धुन में, तेरी याद,
दो लम्हों, अपना साथ,
तुम्हें कुछ तो याद होगा, है ना।
@नील पदम्
31.03.2023