कुछ टूटन की आवाज़ सुनी
कुछ टूटन की आवाज सुनी है
कुछ कुछ तन्हा कुछ उदास
कुछ धुंधलके सा मद्धम
कुछ बेहद खास ।
कुछ अनसुलझे से परत
कुछ बेवजह सी बात
कुछ दिल की गहराइयों तक
घुसते हुए आघात ।
कुछ कहना था पर
कुछ सुनना था पर
कुछ गुनना था पर
सिमट से गये अब
सारे जज्बात ….
राहुल द्विवेदी