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6 Sep 2021 · 1 min read

कुछ क्षणिकाएं .. प्रीत पर

धडकनों का ना शोर है l
प्रीत में सही न जोर है ll

रख रख विश्वास की साँस l
प्रीत रहेगी ख़ास ख़ास ll

गुरूर से लदा लदा है l
क्यों इश्क का इरादा है ll

भय भरा है बदनामी का l
क्या मतलब प्रीत हामी का ll

भरा भय ही भय है l
प्रीत में ना लय है ll

गर परम प्रीत की न रात है l
प्रीत प्रयास न पर्याप्त है ll

अरविन्द व्यास “प्यास”

Language: Hindi
259 Views
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