कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
जग में अपना नाम करो
भाग्य भरोसे मत बैठो तुम
कुछ काम करो , कुछ काम करो
आगे बढ़ना नियति तुम्हारी
कर्म राह प्रधान करो तुम
कुछ काम करो , कुछ काम करो
जग में अपना नाम करो
संकट जीवन में जो आए
कभी ना तू उससे घबराए
जीवन को प्रणाम करो तुम
जग में अपना नाम करो तुम
निंदा में तुम यूं ना उलझो
कठोर वचन तुम यूं ना बोलो
सबका तुम सम्मान करो
सत्कर्म मन ध्यान धरो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
जग में अपना नाम करो
भाग्य भरोसे मत बैठो तुम
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”