कुछ कहो भी
क्या कहती हो फिर
कुछ कहो भी
खामोश न रहो
लब खोलो और
मन की बातें
करो भी
यूं तो तुम्हारी खामोशी भी
बहुत आवाज करती है पर
आज मेरा कहा मानो
कोयल की कूक से गूंजा दो
यह सूना चमन
मेरे जो कुछ भी है मन में आज
उसे पूरा करो भी।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001