कुछ करो
मुक्तक
पसीने की स्याही से, लिखूं इतिहास दुनियां में ।
करुँ मेहनत कठिन ऐसी, बनूं कुछ खास दुनियां में ।
हमारी कामयावी को, सभी देखे जमानें में,
करूँ जब अलविदा जग को, रहे बस नाम दुनियां में
मुक्तक
पसीने की स्याही से, लिखूं इतिहास दुनियां में ।
करुँ मेहनत कठिन ऐसी, बनूं कुछ खास दुनियां में ।
हमारी कामयावी को, सभी देखे जमानें में,
करूँ जब अलविदा जग को, रहे बस नाम दुनियां में