की मैन की नहीं सुनी
की मैन की नहीं सुनी
तो उतर गयी पटरी से रेल
इसको बचाओ, उसको फंसाओ
यही चल रहा है अब खेल
जनता की जानें हैं सस्ती
टिकटें उतनी मंहगी हैं
स्पेशल ट्रेनों के नाम पर
लूट निरंतर जारी हैं
की मैन की नहीं सुनी
तो उतर गयी पटरी से रेल
इसको बचाओ, उसको फंसाओ
यही चल रहा है अब खेल
जनता की जानें हैं सस्ती
टिकटें उतनी मंहगी हैं
स्पेशल ट्रेनों के नाम पर
लूट निरंतर जारी हैं