कीमती आपका वोट
कीमती आपका वोट
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कीमती आपका वोट है,देना इसे ज़रूर।
लोकतंत्र का उत्सव यही,समझो इसे हुज़ूर।।
सोच समझकर देना वोट,करना मत तुम भूल,
नकली नेता जीते अगर,पाँव तले के शूल।।
लोकतंत्र की ताक़त बनो,जानो तुम अधिकार।
किसी सरकार से तुम नहीं,तुमसे है सरकार।।
सवाल करो नेताओं से,जानो सही बिसात।
पाँच साल दिए हैं जिनको,खरी मिली क्या बात।।
तिजोरी भरने आते लोग,राजनीति में आज।
देश पड़े चाहे भाड़ में,खूँटी टाँगें लाज।।
सच्चे अच्छे हैं कम मगर,उनकी करो तलाश।
पीड़ित का जो मर्म समझें,प्यासे की जो प्यास।।
मुद्दों पर करता जो बहस,देता सही उत्तर।
समस्या-हल का वही एक,लिए हुए गुण शूत्र।।
हवाई बातें करते जो,पकड़ो उनके कान।
वोट का सही प्रयोग करे,उनकी बंद दुकान।।
कवि-राधेयश्याम प्रीतम
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