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13 Aug 2020 · 1 min read

कि अब मैं की जगह हम लिखता हुं

ये तो है के बहोत कम लिखता हुं
मगर जितना भी लिखता हुं गम लिखता हुं
तनहा होने का ये असर हुआ है मुझ पर
कि अब मैं की जगह हम लिखता हुं

Language: Hindi
417 Views
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