Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
शेखर सिंह
19 Followers
Follow
Report this post
16 Apr 2024 · 1 min read
किस बात का गुरुर हैं,जनाब
किस बात का गुरुर हैं,जनाब
मरना सबको है यहां
Tag:
Quote Writer
Like
Share
100 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
आसमाँ पर तारे लीप रहा है वो,
अर्चना मुकेश मेहता
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
jayanth kaweeshwar
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
द्वापर में मोबाइल होता
rkchaudhary2012
बेअसर
SHAMA PARVEEN
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"पवित्रता"
Dr. Kishan tandon kranti
रहता है जिसका जैसा व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
Dr. Rajeev Jain
मैं भी अपनी नींद लुटाऊं
करन ''केसरा''
2794. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*देती धक्के कचहरी, तारीखें हैं रोज (कुंडलिया*
Ravi Prakash
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
shabina. Naaz
सडा फल
Karuna Goswami
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कल को छोड़कर
Meera Thakur
रहिमन धागा प्रेम का
Shashi Mahajan
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
Dr fauzia Naseem shad
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
Neeraj Agarwal
रात का रक्स जारी है
हिमांशु Kulshrestha
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
अंसार एटवी
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
Rj Anand Prajapati
राणा प्रताप
Dr Archana Gupta
लेखक कौन ?
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*पेड़*
Dushyant Kumar
महाश्रृंङ्गार_छंद_विधान _सउदाहरण
Subhash Singhai
चित्र कितना भी ख़ूबसूरत क्यों ना हो खुशबू तो किरदार में है।।
Lokesh Sharma
मरने से ज्यादा खौफ़नाक होता है भुला दिया जाना...
पूर्वार्थ
Loading...