किस्सा
लड़ते नहीं हम तुमसे यू ही दानिश्ता,
ये भी हमारी मोहब्बत का एक हिस्सा है,
यादे तो बहुत है खुशियों की मेरे हमदम,
मगर ये लड़ना भी एक यादगार किस्सा है,
जैसे चाँद के बिना रात और कोई अधूरी बात,
वैसे ही हमारा ये तुमपे इख़्तियार सच्चा है,
लड़ते नहीं हम तुमसे यू ही दानिश्ता,
ये भी हमारी मोहब्बत का एक हिस्सा है,
यादे तो बहुत है खुशियों की मेरे हमदम,
मगर ये लड़ना भी एक यादगार किस्सा है,
जैसे चाँद के बिना रात और कोई अधूरी बात,
वैसे ही हमारा ये तुमपे इख़्तियार सच्चा है,