किसी होगी गलतफ़हमी तो कोई रुठ जाएगा सात जन्मो का वादा एक पल में टूट जाएगा
किसी होगी गलतफ़हमी तो कोई रुठ जाएगा
सात जन्मो का वादा एक पल में टूट जाएगा
फ़लाँ आंखों के मोतीयो का सबब तु मत पूछ
उसके दर्द से रुबरु होगा तो तुभी टुट जाएगा
पास कर आए थे जवानी-एे-इश्क़ हम दोनों
मालुम न था अखिरी लम्हो में साथ छुट जाएगा
मिलो न जुल्फ़ बिखरा कर अजनबी से सनम
इस अदा पे आइने को नाज़ हैं आइना रुठ जाएगा
शिम्त-एे-कब्र लेटे हुए होगे ‘अहमद’ एक रोज़
मज़लुमीयत-एे-जुर्म पापो का घड़ा फ़ुट जाएगा