Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2024 · 1 min read

किसी भी देश काल और स्थान पर भूकम्प आने का एक कारण होता है मे

किसी भी देश काल और स्थान पर भूकम्प आने का एक कारण होता है मेरे ख्याल से तुर्की और उसके पड़ोसी देश सीरिया, जॉर्जिया, आर्मेनिया, अज़रबैजान इराक,ईरान,बुल्गारिया और ग्रीस ये देश काला सागर के किनारे अवस्थित है जो पूर्वी यूरोप और पश्चिम एशिया के मध्य स्थित है काला सागर अटलांटिक महासागर का एक भाग है और तुर्की में भूकम्प आने का एक कारण यह भी हो सकता है कि इस महासागर के नीचे किसी ज्वालामुखी का विस्फोट हुआ हो जिससे पृथ्वी कांप गई हो।
RJ Anand Prajapati

141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
Shekhar Chandra Mitra
"एकान्त"
Dr. Kishan tandon kranti
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
कवि रमेशराज
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
Ravikesh Jha
संवेदना की आस
संवेदना की आस
Ritu Asooja
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का  इम्तेहान न ले ,
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का इम्तेहान न ले ,
Neelofar Khan
आँखों ने समझी नहीं,
आँखों ने समझी नहीं,
sushil sarna
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
Raju Gajbhiye
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888
एक दिन
एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
*आया फिर से देश में, नूतन आम चुनाव (कुंडलिया)*
*आया फिर से देश में, नूतन आम चुनाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
रिश्ते
रिश्ते
Shashi Mahajan
हरियाली तीज
हरियाली तीज
VINOD CHAUHAN
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
अंधेरे में छिपे उजाले हो
अंधेरे में छिपे उजाले हो
नूरफातिमा खातून नूरी
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
Manoj Mahato
युही बीत गया एक और साल
युही बीत गया एक और साल
पूर्वार्थ
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
Kumar lalit
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
Dr Archana Gupta
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
Shweta Soni
अगर अयोध्या जैसे
अगर अयोध्या जैसे
*प्रणय*
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
Rj Anand Prajapati
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
Yogendra Chaturwedi
डूबे किश्ती तो
डूबे किश्ती तो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कविता
कविता
Shiva Awasthi
Loading...