किसी बेवफा में वफा ढूंढ रहे हैं
ज़हर की बोतल में दवा ढूंढ रहे हैं,
किसी बेवफा में हम वफा ढूंढ रहे हैं।
कहते हैं कि मिल जाता है खुदा भी शिद्दत से खोजने पर,
मगर हम तो पत्थर में खुदा ढूंढ रहे हैं।
तुम भी तो इंसान हो आखिर, फिर सबसे अलग कैसे होगे उनसे,
गलती हमारी ही है, हम ही तुमको कुछ जुदा ढूंढ रहे हैं।
कहां मिलता है प्यार हर किसी से, हम ही नादान है जो रेगिस्तान में पानी का मज़ा ढूंढ रहे हैं।