Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2024 · 1 min read

किसी को मारकर ठोकर ,उठे भी तो नहीं उठना।

किसी को मारकर ठोकर ,उठे भी तो नहीं उठना।
किसी का तोड़कर दिल , जिए भी तो क्या जीना।
रहे लिपटे सदा निज स्वार्थ में तो क्या मिलेगा जी,
मरे जो दूसरों के हित तो कहते है इसे मरना।

कलम घिसाई

55 Views

You may also like these posts

एहसास
एहसास
Er.Navaneet R Shandily
☺️
☺️
*प्रणय*
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
Meenakshi Masoom
प्रेम के बहुत चेहरे हैं
प्रेम के बहुत चेहरे हैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल:- ऑंखों में क़ैद रहना सुनहरा लगा मुझे...
ग़ज़ल:- ऑंखों में क़ैद रहना सुनहरा लगा मुझे...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा
राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा
gurudeenverma198
सोने के सुन्दर आभूषण
सोने के सुन्दर आभूषण
surenderpal vaidya
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हाइकु (मैथिली)
हाइकु (मैथिली)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मज़दूर दिवस विशेष
मज़दूर दिवस विशेष
Sonam Puneet Dubey
वातायन के खोलती,
वातायन के खोलती,
sushil sarna
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"दर्द की तासीर"
Dr. Kishan tandon kranti
दुनिया धूल भरी लगती है
दुनिया धूल भरी लगती है
Rambali Mishra
साथी
साथी
अंकित आजाद गुप्ता
नरभक्षी एवं उसका माँ-प्यार
नरभक्षी एवं उसका माँ-प्यार
Dr MusafiR BaithA
ये सर्द रात
ये सर्द रात
Surinder blackpen
आओ हिंदी सीखें....
आओ हिंदी सीखें....
गुमनाम 'बाबा'
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
Piyush Goel
Reaction on RGKAR medical college incident
Reaction on RGKAR medical college incident
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां  ,
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां ,
Neelofar Khan
अध्यात्म के नाम से,
अध्यात्म के नाम से,
Dr.Pratibha Prakash
پھد ینگے
پھد ینگے
Dr fauzia Naseem shad
आज के लड़के
आज के लड़के
अभिनव अदम्य
☝️      कर्म ही श्रेष्ठ है!
☝️ कर्म ही श्रेष्ठ है!
Sunny kumar kabira
नई कली
नई कली
शिवम राव मणि
Loading...