किसी के ज़ख्मों पर
किसी के ज़ख्मों पर, मरहम लगाकर तो देखो
किसी को दो पल के लिए, हंसाकर तो देखो
खुशियों की नेमत नसीब करेगा खुदा तुझको
किसी के आंसुओं को अपना बनाकर तो देखो
किसी के ज़ख्मों पर, मरहम लगाकर तो देखो
किसी को दो पल के लिए, हंसाकर तो देखो
खुशियों की नेमत नसीब करेगा खुदा तुझको
किसी के आंसुओं को अपना बनाकर तो देखो