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31 Jul 2020 · 1 min read

किसी की याद में

किसी की याद में जगता है रातों में नहीं सोता
सदा दिल में ही रोता है वो आंखों से नहीं रोता
सिमट जाता है अपने आप में खामोश होकर यूं
कि दिल टूटा हुआ इसां कहीं का भी नहीं होता।
शक्ति त्रिपाठी देव

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 287 Views
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