#दिल के जो करीब था
वो जो मेरे दिल के करीब था
देवता नहीं मेरा सलीब था |
हाथ तो मेरा पकड़े हुए था
पर नजरों में उसका रकीब था |
हमसफ़र मुझे बताता अपना था
मग़र जिक्र किसी और का किया करता था |
झूट था या सच ये तो ‘रब’ जानता था
अक्सर वो,मेरा होने का मुझे अहसास दिलाता था |
वो जो मेरे दिल के करीब था
पर नजरों मैं उसका रकीब था ||
_RAJU QURESHI ✍️