किसानों पर राजनीति
राजनीति कर रहे हो,?
क्यों चुल्लू भर पानी में डूब कर नहीं मर रहे हो?
कृषि सुधार बिल किसानों पर राजनीति हो रही है
सूखी किसान की आंखें, पथराई नजर से देख रहीं हैं
2019 में तो यही बातें कर रहे थे, जो बिल में आई हैं
अब क्या हो गया, जो हाय तौबा मचा रहे हैं
किसानों की जगह बिचौलियों दलालों की गा रहे हैं
समर्थन मूल्य जारी रहेंगे, मंडिया भी चलती रहेंगी
फिर इनके पेट में क्या दर्द हो रहा है?
यह क्या हंगामा चल रहा है?
बिल किसान विरोधी है, आप बता रहे हैं
क्या नुकसान हो जाएगा क्यों नहीं बता रहे हैं?
हम तो किसान हैं सदियों से पिटे पटाए हैं
पहले राजे रजवाड़े जमीदार
और
फिर आए अंग्रेजों के तीमारदार
बिचौलिए और दलाल कर रहे हलाल
अब भी राजनीति कर रहे हो,
क्यों चुल्लू भर पानी में डूब नहीं मर रहे हो।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी