किसने कहा, कि ज़िंदगी सिर्फ़ एक बार मिलती है
किसने कहा, कि ज़िंदगी सिर्फ़ एक बार मिलती है।
ज़िंदगी तो हर रोज है बस मौत एक बार मिलती है।
बेअक्ल हैं लोग, जो जुबां पर आता है, बोल देते हैं।
फिर भी तारीफ़ इनको, कैसे बेसुमार मिलती है।
बोलना है जो भी भीड़ में, नापतोल कर बोलिए।
देखा है कई बार, ग़लत बातों में मार मिलती है।
बस जो भी कहना है, मुस्कुराकर कहना सबसे।
बात असर करेगी जब मुस्कान बार-बार खिलती है।
जी लो जी भर , हर रोज तुम, यहाँ बिना फिक्र के।
क्योंकि मुस्कुराने से, ज़िन्दगी में बहार खिलती है।
किसने कहा, कि ज़िंदगी सिर्फ़ एक बार मिलती है।
ज़िंदगी तो हर रोज है बस मौत एक बार मिलती है।
दीपाली कालरा