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11 Dec 2018 · 1 min read

किसके लिए

आज किया जो सिंगार किसके लिए
सच बताओ ये है प्यार किसके लिए

हल्की सी मुस्कुराहट है जो चेहरे पर
बाल लहराते हरबार किसके लिए

आज बेसब्री है आंखो मे इतनी जो
हो रहा ये जो इन्जार किसके लिए

जब है ही नही प्यार तुमको मुझे से
खुद से है ये तकरार किसके लिए

मिलकर वो जहां कसमे खाई हमने
वो बनाया वही मजार किसके लिए

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