“किया लिखूं”
किया लिखूं ?
अपने दर्द की जुबान,
या दिल में छुपे हुए तूफान लिखूं।
जिंदगी के अन्धकार ,
या झूठी मुस्कान लिखूं।
अपनों से मिले अपमान ,
या गेरो से मिला सम्मान लिखूं।
रोशनी में दिख रहा संसार,
या दिल में छुपे राज लिखूं।
कभी ना पूरा होने वाला अरमान ,
या लोगो का अहंकार लिखूं।
मन दुखी है मेरा आखिर कितनो का नाम लिखूं।