Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

किताब-ए-जीस्त के पन्ने

किताब-ए-जीस्त के पन्ने उलटते रहते हैं ।
भरे तुफानों में जीवन सिमटते रहते हैं।

हुईं हैं आँखें उनींदीं तुम्हारी चाहत में,
तेरी जुदाई में करवटें बदलते रहते हैं।

कभी मिला न साहिल पे दिखा जो चंदा,
हाँ टूटे तारे से मेरे ख्वाब चटकते रहते हैं।

दिखाए तूने हसीं ख्वाब वो तो चूर हुए,
तेरे खतों को हम रोज़ पढ़ते रहते हैं।

कसा है खूब कसौटी पे दर्द ने नीलम,
कि तेरी याद में हम तो सिसकते रहते हैं।
नीलम शर्मा ✍️

Language: Hindi
2 Likes · 86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
Shweta Soni
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
Neelam Sharma
#तस्वीर_पर_शेर:--
#तस्वीर_पर_शेर:--
*प्रणय*
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
जब तक हमारे अंदर संदेह है तब तक हम विश्वास में नहीं उतर सकते
जब तक हमारे अंदर संदेह है तब तक हम विश्वास में नहीं उतर सकते
Ravikesh Jha
संतुष्टि
संतुष्टि
Dr. Rajeev Jain
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का
हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का
दीपक झा रुद्रा
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
Rj Anand Prajapati
राम
राम
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कोलाहल
कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
"विकृति"
Dr. Kishan tandon kranti
इस तरह भी होता है
इस तरह भी होता है
हिमांशु Kulshrestha
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
अन्तिम स्वीकार ....
अन्तिम स्वीकार ....
sushil sarna
मेरा स्वर्ग
मेरा स्वर्ग
Dr.Priya Soni Khare
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
gurudeenverma198
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
*हुस्न तेरा  है  गरूर भरा*
*हुस्न तेरा है गरूर भरा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*प्रस्तावना*
*प्रस्तावना*
Ravi Prakash
तू ही मेरा रहनुमा है
तू ही मेरा रहनुमा है
Monika Arora
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सिकन्दर बन कर क्या करना
सिकन्दर बन कर क्या करना
Satish Srijan
समाज का आइना
समाज का आइना
पूर्वार्थ
2894.*पूर्णिका*
2894.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
മഴ
മഴ
Heera S
ना जाने ज़िंदगी में कई दाॅंव - पेंच होते हैं,
ना जाने ज़िंदगी में कई दाॅंव - पेंच होते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...