किताबें बोलती हैं …
किताबें बोलती हैं ….
छिपी कहानियाँ हज़ारों इसमें डोलती है ..
कहीं है दर्द की आहें ,
कहीं है प्यार की राहे!
कहीं है ज्ञान की बातें ,
कहीं विज्ञान की खोजे !
किताबें बोलती हैं ….
कभी सच का है ये दर्पण ..
कभी गुरुओं की है वाणी ..
कभी शहीदों की कहानी !
जीवन के हर एक पल में
भर देती है रवानी !
किताबें बोलती हैं …