कितनी प्यारी यादें,
??? गज़ल???
ऐ मौसम कितना सुहाना ये जो आया हैं,
सभी हो एक साथ उन्होंने बुलाया हैं,
हम सब खुश होते जब ,मौसम जग मगाया हैं,
करते एक दूसरे की बाते,हमें भी कोई याद आया हैं,
गूजर रहा हैं खुशी से दिन,रातों को भी चेन आया हैं,
यादें एक दूसरे को हमारी, हमनें भी ऐसा कुछ फरमाया हैं,
समय आता हैं कभी यादें बनाने को फिर क्यूँ कोई हमसे जल के तिल मिलाया हैं,
हर किसी में होता हैं हुनर बनाने का फिर क्यूँ वो रिश्तों से घबराया हैं,
ऐ मौसम कितना सुहाना ये जो आया हैं,
हमें भी याद आयी उन्होंने बुलाया हैं,
खुश होते हैं जब सब मैने कुछ सुनाया हैं,
समय बदलता हैं मगर यादों में सिमटकर हमे याद आया हैं,
याद आती हैं हमें उनकी और वो मुसकुराया हैं,
ऐ मौसम कितना सुहाना ये जो आया हैं,
जब हम होते हैं एक साथ तो बसंत भी हरसाया हैं,
चलो चलते हैं वहाँ पर ,जहाँ सभी के बुलाया है,
ये मौसम कितना खुश दिल हैं हमें कुछ याद आया हैं,|
देखकर कोई हमें वहाँ पर ,मन ही मन मुसकुराया हैं,
ऐ मौसम कितना सुहाना ये जो आया हैं,
सभी हो एक साथ उन्होंने बुलाया हैं,
लेखक—Jayvind singh ngariya ji