कितना प्यार करता हू
बताऊं मैं तुम्हे कैसे, कि कितना प्यार करता हू
धड़कता दिल संभलता ना, तुम्हे जब याद करता हू।
गुजरती तुम जो गालियों से, तुम्हे देखा मै करता हु
दिखाऊं चाहते कितना, प्यार बेशुमार करता हु ।
धड़कता दिल संभलता ना तुम्हे जब याद करता हू ।
समाकर मेरी सांसों मे, गुजरना दिल से होकर तुम
मचलता मन धड़कता दिल, मैं जब इंतजार करता हू।
धड़कता दिल संभलता ना, तुम्हे जब याद करता हू।
तुम्ही पे है टिकी सांसे, तुम्ही पे है टिकी आंखें
गुजरते एक पल में मै, ख्याल सौ बार करता हु।
धड़कता दिल संभलता ना, तुम्हे जब याद करता हू ।
✍️ बसंत भगवान राय