Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2021 · 1 min read

“काश तुम समझ पाते”

“काश तुम Hug कर पाते”

*****
काश तुम समझ पाते
उस बूढ़ी माँ की पीड़ा,
उन आंखों में उमड़ते सैलाब को
जो तरस गयी हैं ममत्व को,
उसके आँचल में छिपे सात्विक प्रेम को ।
*****
काश तुम समझ कर पाते……..

बूढ़े बाप का समर्पण
उसके सीने में छिपी मीठी सी घुड़की को,
जीवन के अंतिम पड़ाव की लाचारी विवशता
तरसती ताकती बेजान सी पड़ी रूह को,
उन कंधों को जो शैशव से जवानी तक
,, तुम्हारा मजबूत आधार बने ।
*****
काश तुम समझ पाते………..
उस बिलखते शिशु के ममत्व को
जिस पर माँ-बाप का साया नहीं,
नंगे बदन, पेट की आग की पीड़ा को
दुलार, लोरी चॉकलेट से प्यार को,
भविष्य के ख़्वाब को
जो उसने संजों के रखे थे ।
*****
काश तुम समझ पाते……….
बस इंसानियत को
जिसका कोई धर्म कोई मज़हब न हो,
तोड़कर बेड़ियाँ, धर्मांध, कुप्रथाओं की
भर लेते आग़ोश उस अपनत्व को,
उड़ेलकर सर्वस्व हो जाते निःसार।
*****
काश तुम महसूस कर पाते………
उस अन्नदाता का दर्द
जिसका नंगा बदन
झुलस रहा जेठ की दुपहरी में,
प्रकृति का भी जिस पे रहम न हो
खिला देते दो निवाले उसे भी ।
******
काश तुम समझ पाते………
जिसने माँगा है दुआओं में
सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हें,
अपनी रूह में बसा हर ख़ुशी
निसार की तुम पर,
आशा का “दीप” जलाये
है जो बरसों से इंतजार में।
*****
काश कि तुम समझोगे एक दिन ……..

©कुलदीप दहिया “मरजाणा दीप”

Language: Hindi
1 Like · 8 Comments · 501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देवी महात्म्य प्रथम अंक
देवी महात्म्य प्रथम अंक
मधुसूदन गौतम
2729.*पूर्णिका*
2729.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
21-- 🌸 और वह? 🌸
21-- 🌸 और वह? 🌸
Mahima shukla
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
" यादें "
Dr. Kishan tandon kranti
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
Atul "Krishn"
"अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
Neeraj kumar Soni
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है,
लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है,
Ravi Betulwala
Keep On Trying!
Keep On Trying!
R. H. SRIDEVI
आप हो न
आप हो न
Dr fauzia Naseem shad
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आजादी दिवस
आजादी दिवस
लक्ष्मी सिंह
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
लोग कहते रहे
लोग कहते रहे
VINOD CHAUHAN
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Shashi Mahajan
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
मृत्यु शैय्या
मृत्यु शैय्या
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
पूर्वार्थ
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मनाओ जश्न तुम मेरे दोस्तों
मनाओ जश्न तुम मेरे दोस्तों
gurudeenverma198
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
Yogendra Chaturwedi
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
Loading...