काश कोई होता
काश कोई होता
जो समझ पाता मेरे इशारे,
कोई होता जो सुन लेता
मेरे दिल के सारे किस्से-कहानी,
कोई होता जो समझता
जिंदगी का मेरा दुख-दर्द,
कोई होता जो भरता
मेरे नीरस जीवन का शून्य,
कोई होता जो बनता चंदा
और करता रोशन जहां सारा मेरा।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार