काव्य संगम 10 का सम्पादकीय
सबसे पहले माँ शारदे को प्रणाम
काव्य संगम 10 संकलन के सभी रचनाकारों को तह दिल से शुभकामनाएं।काव्य संगम 9 प्रकाशित कर चुके हैं और काव्य संगम 10 संकलन तैयार किया गया। हमारा काव्य संगम 10 भारतीय परम्पराओं को भलीभांति सार्थक करता है। बहुत ही शानदार कविताओं का समावेश किया गया है। अनेक रचनाकारों की कलम दौड़ी है और सभी रचनाकारों के कविताओं का सहारना भाव देखने को मिला है। काव्य संगम 10 संकलन में सभी रचनाकारों को खुशियों, इच्छाओं से गुजरते हुए बार-बार आशा भरा सन्देश दिया है। प्रेम-इश्क को दिल तक महसूस किया है। भारतीय राष्टीयता का आह्वान करने में प्रज्ञा-कवियत्रियों भी कही पीछे नहीं रही हैं। ज्यों-ज्यो आप पृष्ठ पलटेंगे तो कुछ सार्थक पाएंगे और यह हमारा काव्य संगम 10 संकलन के रचनाकारों की काव्यात्मक अभिव्यक्ति ने सम्भव बनाया है।
काव्य संगम 10 संकलन जैसा नाम से पता चलता है रचनाकारों की कविताओं का समावेश किया गया है काव्य संगम 10 संकलन के सम्पादक मण्डल ने एक अद्भुत कार्य करके दिखाया है। सभी रचनाकारों के मन के भावों को प्रकट करने एक अवसर दिया है।बहुत रचनाकार ऐसे भी थे जिन्हें हिंदी साहित्य के बारे में बहुत कम जानकारी थी किन्तु समूह को लेकर चर्चा, परिचर्चा होती रहती हैं जिससे सीखना और आसान हो जाता हैं।
हमारा अपना मानना है कि अगर सीखने और सिखाने की ललक किसी के अंदर है तो दुनिया की कोई ताकत उसे नहीं रोक सकती हैं, इसका एक उदाहरण है वो इस काव्य संगम 10 संकलन के सम्पादक श्रीमान विजय कुमार शर्मा जी हैं। आपने साहित्य के क्षेत्र में अज्ञानता की अँधेरी रात में ज्ञान के दीपक को बखूबी जलाए रखा, चाहे कितनी भी मद्धिम उसकी लौ हो गई हो लेकिन उस दीपक में सभी रचनाकारों के ज्ञान का तेल लगातार डालकर दिए का लौ का प्रकाश गतिमान रखा है। वह साहित्य का दीया अपनी पूर्णता को लेकर जगमगा रहा है। मंच पर काव्य संगम 10 संकलन के रूप में है। जिसकी रोशनी काव्य संगम 10 संकलन के रूप में आप सभी महसूस कर रहे हैं हर रचनाकार इस दिए के प्रकाश की एक किरण हैं।
हमारे काव्य संगम 10 संकलन के सभी रचनाकारों ने चार चांद लगाए हैं। देश भक्ति, प्रकृति, माँ, नारी शक्ति, सावन और न जाने कितने विषयों में नवाज़ा हैं। सभी रचनाकारों ने शब्दों को धागे में बहुत मजबूती से पिरोकर मोती के रूप में रचनाओं की पिरोया हैं।
इस काव्य संगम10 संकलन में शामिल सभी रचनाकारों का तहे दिल से संपादक मण्डल शुक्रिया अदा करता है मैं सबसे ज्यादा शुक्रिया अदा करता हूँ काव्य संगम 10 संकलन के सम्पादक श्रीमान विजय कुमार शर्मा जी ,इंदु दीदी, भावना दीदी, शुभ्रा दीदी, निकिता दीदी ड़ॉ विनय जी बड़े भाई मनोज जी व बड़े भाई सत्यम जी का, जिन्होंने मुझे सम्पादकीय लिखने का मौका दिया व अपने साथ चलने का मौका दिया मैं आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ।
शंकर आँजणा नवापुरा धवेचा
बागोड़ा जालोर-343032
कक्षा-स्नातक तृतीय वर्ष व STC द्वितीय वर्ष
PMKKVY-डिप्लोमा जालोर,,,राजस्थान पुलिस मित्र
मो- 8239360667,,MAMTTC-जोधपुर
ईमेल- shankaraanjna646@gmail.com
PMKKVY-डिप्लोमा जालोर,,,राजस्थान पुलिस मित्र
मो- 8239360667,,MAMTTC-जोधपुर
ईमेल- shankaraanjna646@gmail.com