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22 Jan 2019 · 1 min read

काले काले बादल छाये

काले काले बादल छाये
सर्दी तन को और सताये

पवन लग रही है बर्फीली
धरती काँपी होकर गीली
सर्दी के मौसम में भैया
जरा नहीं ये मन को भाये

कड़क रही है बड़ी दामिनी
बेवक्त की ही लगे रागिनी
आड़ी तिरछी बनी गगन में
गरज गरज कर खूब डराये

स्कूलों ने कर दी है छुट्टी
ममता रीता खेलें गुट्टी
पप्पू को भाती है बारिश
मगर नहाने से घबराये

21-01-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

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