काला बाजारी
पांच साल में भईल जेतना
आख़िर जनता कइसे बिसारी!
केहू पैदल मजदूर देखो
या कवनो मंतरी के सवारी!!
एने ज़मीन गिरवी रखाता
ओने जंगल होता नीलाम!
रामे जानस कहां पहुंचाई
देश के ई काला बाजारी!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायरी #बहुजनशायर
#इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता