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11 Oct 2022 · 1 min read

कार्तिक मास दोहे

काली बदरी ओढ़नी, ओढ़ कार्तिक मास ।
लाया सर्दी अंक में ,बना उमस को ग्रास ।।

छाये घन नभ आँगना, करते ठंडी भोर ।
तुहिन कणों से साजती,धरती की हर कोर ।।

डाॅ रीता सिंह
चन्दौसी सम्भल

Language: Hindi
2 Likes · 404 Views
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