Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2020 · 1 min read

कारोना वायरस ..

कारोना वायरस …दो पक्तियां

दूरिया मे दवा और दवा से दूरिया बनी है
एकांत मे स्वास्थय और देहांत मे घनी है
लोक मे तन्त्र और गण मे बन्द लोक है
आश्रय है निज का , गलियां शांत सी बनी है

करो य़ा करोना बस तुम्हारा ही चुनाव है
निजता स्वतन्त्रता बस जीवन का भाव है
साथ देकर सभी का बस दूरिया रखो तो
एकांत रहो साफ रहो ये ही तो उपाय है

तु धैर्य व विश्वास बना प्रभु की कृपा की राह देख
देती है दन्ड माँ स्वार्थो का ना प्रकृति की तोड़ रेख
होगा मंगल विश्वास बना कर्तव्यो का पालन तो कर
विषाणु का विषय बदल जन्तु बदलेगा कर्म लेख

प्रण कर पाप से दूर रहु प्रकृति को लौटाऊ मैं
साफ रहु पाप मुक्त ना जीव का भोज बनाऊ मैं
अगर रहा कानुन संग तो ये बड़ा कोई युद्ध नहीं
बस ध्यान रहे सीमितता का व्यर्थ कुछ न बहाऊ मैं

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 674 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
🙅सब एक बराबर🙅
🙅सब एक बराबर🙅
*प्रणय*
"यात्रा पर निकलते समय, उन लोगों से सलाह न लें जिन्होंने कभी
पूर्वार्थ
!! पर्यावरण !!
!! पर्यावरण !!
Chunnu Lal Gupta
अंतर्मन
अंतर्मन
गौरव बाबा
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
सीख गांव की
सीख गांव की
Mangilal 713
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
Sonam Puneet Dubey
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shashi Mahajan
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
अधूरी तमन्ना (कविता)
अधूरी तमन्ना (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
"अन्दाज"
Dr. Kishan tandon kranti
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
,,
,,
Sonit Parjapati
ଏହା ସତ୍ୟ ଅଟେ
ଏହା ସତ୍ୟ ଅଟେ
Otteri Selvakumar
फूलों की बात हमारे,
फूलों की बात हमारे,
Neeraj Agarwal
भाव और ऊर्जा
भाव और ऊर्जा
कवि रमेशराज
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
3067.*पूर्णिका*
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
1) आखिर क्यों ?
1) आखिर क्यों ?
पूनम झा 'प्रथमा'
नर से नर पिशाच की यात्रा
नर से नर पिशाच की यात्रा
Sanjay ' शून्य'
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
आजादी का पर्व
आजादी का पर्व
Parvat Singh Rajput
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
Loading...