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6 Jun 2021 · 1 min read

काम दफ़तर में करेंगे, काम दफ़तर के सिवा!

गज़ल
2122…..2122……2122…….212

कुछ हैं ऐसे कर्मचारी, खास अफ़सर के सिवा!
काम दफ़तर में करेंगे, काम दफ़तर के सिवा!

जो दया की मूर्ति दिखते है, सभी को सामने,
कुछ नहीं पाओगे दिल में, एक पत्थर के सिवा!

वोट लेकर याद रखता, फिर से उनको कौन है,
कौन सीधा जीव, हो सकता है वोटर के सिवा!

लूट जम के हो रही है, अस्पतालों में खुली,
कौन कर सकता है ये सब एक डाक्टर के सिवा!

हो बड़ा छोटा या् निर्बल सबको दिल में दे जगह,
कौन हो सकता है दरिया दिल समंदर के सिवा!

देश दुनियाँ के लिए अब कौन खतरा मोल ले,
अब जहर है कौन पीता, भोले शंकर के सिवा!

प्यार कर लो तुम किसी से वक्त रहते दोस्तों,
कौन प्रेमी फिर मिलेगा साठ सत्तर के सिवा!

…… ✍ प्रेमी
06 जून, 2021

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