कामयाबी
आगाज़ में शोर की क्या जरूरत
अंज़ाम तेरा घनघोर होना चाहिए
तू अकेला प्रारंभ में क्या क्या कहेगा
अंत ऎसा हो कि चर्चे चारों ओर होना चाहिए।
सूरज की तपिश नापने निकला है तू अगर
पैमाना फिर पसीना नहीं कुछ और होना चाहिए।
हौसले की नाव ले तू , बस आगे निकल
तुझको रोके समुंदर में , ये जोर होना चाहिए
जंग तेरी है तो दस्तूर भी तेरे चलेंगे
तुझको रोके उसी क्षण वो डेर होना चाहिए।।
मौत पहले आए या तेरी मंज़िल
अंत जो भी हो तेरा ,बेजोड़ होना चाहिए ।।
✍️✍️रश्मि गुप्ता****Ray’s Gupta