Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2022 · 1 min read

काफी दर्द होता है

काफी दर्द होता है
इस दिल को
जब कोई अपना
साथ छोड़ देता है
जब किसी अपने को
दिल में जगह दोगे
तब समझो वो अपना है
अगर केवल दिमाग में उसे रखे हो तो समझो वो पराया है
हमें लगता है
कि हम बहुतों के दिमाग में है
मगर दिल में शायद किसी के नहीं
★★★★★
मनमोहन कृष्ण

Language: Hindi
Tag: लेख
118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सम्मान नहीं मिलता
सम्मान नहीं मिलता
Dr fauzia Naseem shad
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
 मैं गोलोक का वासी कृष्ण
 मैं गोलोक का वासी कृष्ण
Pooja Singh
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
कवि दीपक बवेजा
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
कवि रमेशराज
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
Anil Mishra Prahari
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
Manu Vashistha
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
Dr Archana Gupta
दहन
दहन
Shyam Sundar Subramanian
भगिनि निवेदिता
भगिनि निवेदिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
करती पुकार वसुंधरा.....
करती पुकार वसुंधरा.....
Kavita Chouhan
कैसे भूलूँ
कैसे भूलूँ
Dipak Kumar "Girja"
"मेरी कहानी"
Dr. Kishan tandon kranti
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
शेखर सिंह
*पश्चाताप*
*पश्चाताप*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अमीरों का देश
अमीरों का देश
Ram Babu Mandal
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
Ritu Asooja
मोक्ष
मोक्ष
Pratibha Pandey
2577.पूर्णिका
2577.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
Vijay kumar Pandey
#प्रयोगात्मक_कविता-
#प्रयोगात्मक_कविता-
*प्रणय प्रभात*
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...