काफ़िर की नमाज़
दर्द भी एक दवा बना
जब मसीहा को पा लिया!
जुल्मतों का ख़ौफ़ क्या
अब ज़िया को पा लिया!!
मंदिरों में जा-जाकर
बैरंग लौट आए लोग!
लेकिन ख़ुदी में डूबकर
हमने ख़ुदा को पा लिया!!
#धर्म #आध्यात्म #इश्किया #शायरी #कविता
दर्द भी एक दवा बना
जब मसीहा को पा लिया!
जुल्मतों का ख़ौफ़ क्या
अब ज़िया को पा लिया!!
मंदिरों में जा-जाकर
बैरंग लौट आए लोग!
लेकिन ख़ुदी में डूबकर
हमने ख़ुदा को पा लिया!!
#धर्म #आध्यात्म #इश्किया #शायरी #कविता