Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2018 · 1 min read

कान

हमने देखे तो नहीं, दीवारों के कान
लेकिन सुनते आ रहे ,इनके अदभुत गान
इनके अदभुत गान, सावधानी ये रखनी
सोच समझ कर बात, कहीं पर भी है कहनी
रहो ‘अर्चना’ खोल, नैन भी दोनों अपने
देखे खोते मान, कान के कच्चे हमने

मुक्तक

देखे तो हमने नहीं, दीवारों के कान
लेकिन सुनते आ रहे ,इनके अदभुत गान
सोच समझ कर बात पर, करना तुम विश्वास
होंगे कच्चे कान तो ,नहीं मिलेगा मान
डॉ अर्चना

13-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता

639 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
एक दिन
एक दिन
Harish Chandra Pande
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
कृष्णकांत गुर्जर
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
🙏🙏श्री गणेश वंदना🙏🙏
🙏🙏श्री गणेश वंदना🙏🙏
umesh mehra
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
आज मन उदास है
आज मन उदास है
Shweta Soni
किरदार हो या
किरदार हो या
Mahender Singh
"फागुन गीत..2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
Vivek Mishra
इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में
इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में
पूर्वार्थ
एक मोम-सी लड़की रहती थी मेरे भीतर कभी,
एक मोम-सी लड़की रहती थी मेरे भीतर कभी,
ओसमणी साहू 'ओश'
कहीं  पानी  ने  क़हर  ढाया......
कहीं पानी ने क़हर ढाया......
shabina. Naaz
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
Rajesh vyas
सरसी छंद और विधाएं
सरसी छंद और विधाएं
Subhash Singhai
रिश्तें मे मानव जीवन
रिश्तें मे मानव जीवन
Anil chobisa
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
Satish Srijan
माना  कि  शौक  होंगे  तेरे  महँगे-महँगे,
माना कि शौक होंगे तेरे महँगे-महँगे,
Kailash singh
मछलियां, नदियां और मनुष्य / मुसाफ़िर बैठा
मछलियां, नदियां और मनुष्य / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"तलाश उसकी रखो"
Dr. Kishan tandon kranti
गंगा काशी सब हैं घरही में.
गंगा काशी सब हैं घरही में.
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
Ravi Prakash
मैं तेरा श्याम बन जाऊं
मैं तेरा श्याम बन जाऊं
Devesh Bharadwaj
कुछ लड़कों का दिल, सच में टूट जाता हैं!
कुछ लड़कों का दिल, सच में टूट जाता हैं!
The_dk_poetry
💐प्रेम कौतुक-336💐
💐प्रेम कौतुक-336💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#एक_कविता
#एक_कविता
*Author प्रणय प्रभात*
2462.पूर्णिका
2462.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...