कान्हा छोड़ गए बृंदा वन को
कान्हा छोड़ गए बृंदावन को
क्या राधा उन्हें छोड़ पाएगी
उनके याद बैठी वो क्या
अंखियों से नीर बहाएगी
प्रेम बड़ा सबल है कान्हा
सारी उम्र प्रीत निभाएगी
सूने क़दम के नीचे ही
राधा अकेली बंसी बजाएगी
~ सिद्धार्थ
कान्हा छोड़ गए बृंदावन को
क्या राधा उन्हें छोड़ पाएगी
उनके याद बैठी वो क्या
अंखियों से नीर बहाएगी
प्रेम बड़ा सबल है कान्हा
सारी उम्र प्रीत निभाएगी
सूने क़दम के नीचे ही
राधा अकेली बंसी बजाएगी
~ सिद्धार्थ