अगर आप किसी कार्य को करने में सक्षम नहीं हैं,तो कम से कम उन्
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये।
*** हम दो राही....!!! ***
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ये भी तो ग़मशनास होते हैं
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
बहुत जरूरी है तो मुझे खुद को ढूंढना
सबके सुख में अपना भी सुकून है
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा