लोग बंदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
बस कुछ दिन और फिर मैं घर जाऊंगा,
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
सबके लिए मददगार बनें परंतु मददगार बनकर किसी को भी नुकसान न प
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
वृक्षारोपण कीजिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )