कातिल पर दिल आया
ज़िंदगी गर खुशनुमा होती .
तो मौत का ख्याल क्यों करते .
यूँ समझो एक बेवफा ने सताया है .
तभी एक कातिल पर अपना दिल आया है.।
ज़िंदगी गर खुशनुमा होती .
तो मौत का ख्याल क्यों करते .
यूँ समझो एक बेवफा ने सताया है .
तभी एक कातिल पर अपना दिल आया है.।