काजल
शीर्षक – काजल
**********
काजल ही तो बुरी नजर से बचाता हैं।
सच तो रिश्ते में भाभी का काजल महत्व होता हैं।
सच तो काजल का सहयोग हम सभी का होता हैं।
कजरारे नैनों में भी काजल ही कहता हैं।
नारी का नाम भी तो काजल होता हैं।
हम सभी जन्म से जवानी तक काजल लगाते हैं।
काजल ही तो हम सभी को आंखों में सुख देता हैं।
आओ हम सभी काजल को लगाते हैं।
बुरी नजर और नजरिया का नाम होता हैं।
सच तो काजल बहुत बढ़िया सहयोग देता हैं।
जीवन और जिंदगी में सच तो काजल कहता हैं।
हमारे मन भावों में भी काजल रहता हैं।
*********************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र