कागजी ख्याल
कागजी ख्याल
कागजी ख्याल है,
दिल में मलाल रखा न कीजिए।
नज़रें मिला करके हूज़ूर,
नज़रें झुकाया न कीजिए।
गुमसुम सी ज़िदगी में,
बहोत सवाल न कीजिए।
हसरते समंदर में कभी सनम,
कागज की कश्ती उतारा न कीजिए।
कह देते हैं अपना जानकर तुम्हें,
बात दिल पर लगाया न कीजिए।
कमबख्त जुबां फिसल जाए अगर,
कभी चाक जिगर किया न कीजिए।
इतनी सी इल्तजा सुनिए बलम,
राह मिले मुख मोड़ा न कीजिए।
जुल्फों की चिलमनों से ही सही,
नजरों की सदा तो दीजिए।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश